भाजपा का 7 लाख रोजगार देने का दावा
दावे पर हरीश रावत को यकीन नहीं
रुद्रपुर सिडकुल जाकर करेंगे पड़ताल
देहरादून। उत्तराखंड में रोजगार को लेकर सियासत गर्म है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सिडकुल हरिद्वार में खाली पड़े पदों पर बेरोजगारों को रोजगार देने की मांग को लेकर पदयात्रा निकाल चुके हैं। इसके बाद बीजेपी ने रोजगार को लेकर आंकड़े देने शुरू कर दिए हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने पिछले साढ़े तीन सालों में सात लाख 12 हजार से अधिक लोगों को रोजगार देने का दावा करते हुए बाकायदा इसका ब्यौरा सार्वजनिक किया। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को इस पर यकीन नहीं है। उन्होंने कहा है कि वह बीजेपी की दी गई सात लाख नौकरियों को ढूंढने अब सिडकुल रुद्रपुर जाएंगे।
चुनाव की आहट आते ही उत्तराखंड में बेरोजगारी सत्ता के केंद्र में आ गई है। हाल ही में यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई फॉरेस्ट गार्ड भर्ती को लेकर देहरादून में प्रदर्शन कर चुके हैं तो पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत युवाओं को रोजगार देने की मांग करते हुए हरिद्वार सिडकुल में परिक्रमा कर चुके हैं। बेरोजगारी पर कांग्रेस के हमलावर होने के बाद बीजेपी बचाव में उतरी तो प्रदेश अध्यक्ष ने सात लाख से ज्यादा नौकरियां देने का दावा कर दिया।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने दावा किया कि 2017 से 2020 के बीच त्रिवेंद्र सरकार ने 16000 लोगों को नियमित रोजगार, आउटसोर्स से एक लाख 15 हजार लोगों को रोजगार, प्राइवेट निवेश, निर्माणाधीन परियोजनाओं में पांच लाख 80 हजार लोगों को रोजगार दिया है। इस अवधि के दौरान 59 परीक्षाएं आयोजित की गई हैं। 6000 पदों पर चयन किया गया है और मनरेगा में प्रतिवर्ष छह लाख लोगों को रोजगार दिया गया है।