कृषि कानूनों के पक्ष में जनता के बीच जा रहे भाजपा नेता
उत्तरकाशी: कृषि सुधार विधेयक पर अब बीजेपी सरकार और बीजेपी संगठन दोनों फ्रंट पर आकर इस विधेयक के पक्ष में जनता के बीच जाकर भ्रांतियां दूर करने में जुट गये हैं।
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता विनोद सुयाल के अनुसार नए कृषि विधेयक के खिलाफ देश मे विपक्ष किसानों के बीच भ्रांतियां व गलतफहमी पैदा कर रहा है। केंद्र सरकार ने किसानों की आय को दोगुना करने व किसानों के हित में नया कृषि कानून को लोकसभा में लाकर अस्तित्व में लाये हैं।
किसानों का शोषण रोकने के लिए इस नए कृषि विधेयक को लोकसभा की मंजूरी मिलने के बावजूद पूरी बहस के बाद कानून अस्तित्व में आया।
उत्तराखंड की बीजेपी सरकार और उत्तराखंड बीजेपी संगठन ने अपने मंत्रियों व संगठन के पदाधिकारियों को इस नए कृषि कानून के पक्ष में माहौल बनाने के लिए समूची टीम लगा दी है। इसी क्रम में 13 दिसंबर और 14 दिसंबर को उत्तराखंड के सभी 13 जिलों में प्रेस कॉन्फ्रेंस की जा रही है।
इसी क्रम में आज उत्तरकाशी में बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता विनोद सुयाल ने यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत, जिलाध्यक्ष रमेश चैहन, गढ़वाल मंडल विकास निगम के निदेशक लोकेन्द्र सिंह बिष्ट और जिले के महामंत्री हरीश डंगवाल व सभी मंडल अध्यक्षों व वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ उत्तरकाशी जिला मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नए कृषि विधयेक पर पत्रकारों के समक्ष तथ्य रखे।
उन्होंने कहा कि लोकसभा में विपक्ष की मौजूदगी के बावजूद अब सम्पूर्ण विपक्ष देश के किसानों को बरगलाने का काम कर रहा है। देश के हर विकास खंड में एक किसान विपणन केंद्र खोला जाएगा ताकि किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिल सके और दलालों को किनारे किया जा सके। देश में कृषि मंडियां बनी रहेंगी और एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सरकार हर कदम पर किसानों के साथ है। देश में किसानों के आंदोलन में कुछ अलगाववादी भी शामिल हो रहे हैं जो देश हित में नहीं है।
इस दौरान पूर्व अध्यक्ष श्याम डोभाल, मंडल अध्यक्ष देशराज बिष्ट, सूरत गुसाईं, अजीतपाल, जयप्रकाश भट्ट, गिरीश रमोला, जयबीर चैहन, विजयपाल मखलोगा, भारत भूषण, सुरेश चैहन, विजय संतरी, महाबीर नेगी, सोबन राणा, जलमा राणा, अनीता राणा आदि उपस्थित थे।