राहुल गांधी हर साल करते हैं 65 विदेश यात्राएं
– उठ रहे सवाल, कांग्रेस को जब उनकी जरूरत होती है, वो विदेश चले जाते हैं।
– पार्ट टाइम पालिटिक्स, फुल टाइम पर्यटन: नकवी
देहरादून: कांग्रेस के भावी अध्यक्ष राहुल गांधी को लेकर भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने एक टिप्पणी की है कि वो पार्ट टाइम पालिटिक्स करते हैं और फुल टाइम पर्यटन। राहुल गांधी इन दिनों इटली में अपनी नानी के पास हैं।
वो कांग्रेस के 136वें स्थापना दिवस से ठीक पहले इटली रवाना हो गये। कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने सफाई दी कि वो अपनी बीमार नानी को देखने गये। क्या ये गलत है? उन्होंने भाजपा पर तुच्छ राजनीति करने का आरोप लगाया।
खैर, राहुल गांधी की विदेश यात्राओं के बारे में कहा जा रहा है कि उन्होंने पिछले चार साल में 247 विदेश यात्राएं की। यानी औसतन हर साल 65 बार वो विदेश गये। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार जब भी कांग्रेस को उनकी जरूरत होती है वो विदेश चले जाते हैं।
मसलन महाराष्ट्र मंत्रीमंडल के गठन से पहले, 2018 में कर्नाटक चुनाव के बाद गठबंधन सरकार, 2016 में पांच राज्यों के चुनाव से ठीक पहले और कांग्रेस के 23 नेताओं की चिट्ठी जिसमें उन्होंने पार्टी की रणनीति की आलोचना की थी।
यह सवाल लाजिमी है कि जब कांग्रेस को राष्ट्रीय अध्यक्ष चाहिए तो कांग्रेसी फिर गांधी परिवार की ओर ही क्यों देख रहे हैं? क्या गांधी परिवार को कांग्रेस हित में किसी अन्य प्रमुख नेता को कांग्रेस की कमान नहीं सौंप देनी चाहिए? आखिर कांग्रेस गांधी परिवार से बाहर क्यों नहीं निकलती? लोकतंत्र है राजशाही नहीं?