HTML tutorial

ईपीएफओ को मिला 95 कार्मिकों का ब्योरा

ईपीएफओ को मिला 95 कार्मिकों का ब्योरा

देहरादून: ईपीएफओ चमोली में आई जलप्रलय में हताहत हुए ऋषिगंगा और तपोवन-विष्णुगाड बिजली परियोजना के कार्मिकों की जानकारी जुटा रहा है। वहीं क्षेत्रीय आयुक्त ईपीएफओ के अनुसार जलप्रलय में हताहत जो कर्मचारी ईपीएफओ में पंजीकृत होंगे उनकी जानकारी मिलते ही परिजनों के लिए तत्काल नियमानुसार पीएफ की राशि आदि देने का कार्य किया जाएगा।

चमोली जिले में आई जलप्रलय में हताहत हुए ऋषिगंगा और तपोवन-विष्णुगाड बिजली परियोजना के कार्मिकों की ईपीएफओ द्वारा जानकारी जुटाई जा रही है। जिससे ईपीएफओ में पंजीकृत कार्मिकों के स्वजनों को पीएफ की जमा धनराशि और बीमा धनराशि अदा करने के साथ ही पेंशन की व्यवस्था भी की जा सके।

कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ)चमोली जिले में आई जलप्रलय में हताहत हुए ऋषिगंगा और तपोवन-विष्णुगाड बिजली परियोजना के कार्मिकों की जानकारी जुटा रहा है।

जिससे ईपीएफओ में पंजीकृत कार्मिकों के स्वजनों को भविष्य निधि (पीएफ) की जमा धनराशि और बीमा धनराशि अदा करने के साथ ही पेंशन की व्यवस्था भी की जा सके। इसके लिए ईपीएफओ के क्षेत्रीय आयुक्त मनोज यादव ने दो प्रवर्तन अधिकारियों की तैनाती की है।

क्षेत्रीय आयुक्त मनोज यादव के अनुसार आपदा में कुछ कार्मिकों के हताहत होने की जानकारी मिली है जबकि कई अभी लापता हैं। कई कर्मचारी अपने घर में अकेले कमाने वाले होते हैं। आपदा की इस घड़ी में संबंधित कार्मिकों के परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता मिल सके।

इसके लिए ईपीएफओ ने प्रयास तेज कर दिए हैं। बिजली परियोजना का निर्माण कर रही कंपनी, ठेकेदार, उप ठेकेदार के माध्यम से जो भी कार्मिक काम कर रहे थे और पीएफ के तहत पंजीकृत थे। उनके स्वजनों को शीघ्र जमा धनराशि मुहैया कराई जाएगी।

बताया कि कर्मचारी की मृत्यु होने पर स्वजनों को दो से लेकर छह लाख रुपये तक बीमा धनराशि अदा करने का प्रविधान है। इसके साथ ही मृतक की पत्नी आदि को पारिवारिक पेंशन व 25 वर्ष तक के दो बच्चों को चिल्ड्रन पेंशन देने का नियम है। उन्होंने बताया कि इस तरह की कार्रवाई शीघ्र पूरी की जाएगी।

कार्यालय के दो प्रवर्तन अधिकारी आपदा क्षेत्र में गये हैं जो कार्मिकों की जानकारी जुटाएंगे। इसके लिए कंपनीध्ठेकेदार के साथ ही स्थानीय प्रशासन का भी सहयोग लिया जाएगा। अभी तक ईपीएफओ के पास 95 कार्मिकों का ब्योरा मिला है। प्रयास है कि सभी कार्मिकों की जानकारी मिल जाए।

क्षेत्रीय आयुक्त मनोज यादव ने बताया कि उनके पास अभी इस आपदा में हताहत कर्मचारियों की पूरी जानकारी नहीं आई है। जिसके लिए उनके दो प्रवर्तन अधिकारी चमोली प्रशासन से भी संपर्क करेंगे।

आपदा में मृतक कर्मचारियों के बारे में जानकारी मिलने के तत्काल बाद इनके परिजनों को पीएफ की धनराशि, पेंशन, बीमा राशि आदि देने की कार्यवाही शुरू की जाएगी और तीन दिन के भीतर ही संबंधित के कार्य का निस्तारण कर दिया जाएगा।

Leave a Reply