स्वच्छता नहीं पर्यावरण के लिए नासूर हैं पालिका अध्यक्ष: चंदोला
पौड़ी: पौड़ी बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक नमन चंदोला ने यहां के पर्यावरण को लेकर बृहस्पतिवार को पत्रकार वार्ता की। इस दौरान उन्होंने वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष पर पर्यावरण मानकों के खिलवाड़ और स्वच्छता के बारे में भ्रामकता फैलाने के आरोप लगाए। उन्होंने आरोप लगाया कि अध्यक्ष की सह पर शहर का कूड़ा पौड़ी के ही एक प्राकृतिक जल स्रोत पर फेंका जा रहा है जिससे पर्यावरण संबंधी समस्याएं एक लंबे समय से खड़ी होती दिख रही हैं।
लंबे अरसे से पौड़ी में ट्रेंचिंग ग्राउंड की मांग कर रहे पौड़ी बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक नमन चंदोला ने बृहस्पतिवार को एक पत्रकार वार्ता के जरिये खुलकर पौड़ी के विकास के विरोध के लिए यशपाल बेनाम की हठधर्मिता को जिम्मेदार ठहराया है।
यही नहीं चंदोला ने स्वच्छ सर्वेक्षण में नगर पालिका पौड़ी के पिछड़ने को लेकर भी वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने यी भी कहा की नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल स्वच्छता के साथ.साथ पर्यावरण के लिए भी नासूर बन चुके हैं।
पौड़ी बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक नमन चंदोला ने आरोप लगाए कि हाल ही में नगरपालिका पौड़ी द्वारा कुछ वाहनों का क्रय शहर से कूड़ा उठाने के उपयोग के लिए किया गया था इसी को लेकर नगर पालिका अध्यक्ष की सह पर शहर का कूड़ा पौड़ी के ही एक प्राकृतिक जल स्रोत पर फेंका जा रहा है जिससे पर्यावरण संबंधी समस्याएं एक लंबे समय से खड़ी होती दिख रही हैं।
उन्होंने कहा कि पालिकाध्यक्ष ने सत्ता का प्रयोग सिर्फ अपने निजी स्वार्थों के लिए किया है ना कि पौड़ी शहर की तस्वीर को बदलने के लिए।
उन्होंने कहा कि एक लंबा अरसा हो चुका है अभी तक बस अड्डे का पूर्ण न होना कहीं ना कहीं नगर पालिका अध्यक्ष की मानसिकता को दर्शाता है। वहीं शहर के चारों ओर अव्यवस्थित कूड़े तथा शहर में तमाम शौचालयों की दुर्दशा का जिम्मेदार सीधे तौर पर वर्तमान पालिकाध्यक्ष को हैं।
एक लंबे अरसे से चोपड़ा गदेरे और उसके आसपास के शहरवासी शहर में कूड़ा निस्तारण की मांग करते आ रहे हैं। वही पूरे शहर में अव्यवस्थित कूड़े के कारण पर्यटकों से लेकर आम नागरिक को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है
चंदोला ने कहा कि जब से नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम सत्तासीन हैं तब से पौड़ी, पर्यटन की दृष्टि से लगातार पिछड़ रही है।
चंदोला ने कहा कि पौड़ी शहर में स्वच्छता इतनी बदहाल है कि लगातार पर्यटकों के साथ साथ स्थानीय व्यवसायी भी पौड़ी छोड़ रहे हैं।
चंदोला ने शहर को कूड़ा घर बनाने के लिए सीधे तौर पर वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम को जिम्मेदार ठहराया उन्होंने कहा यशपाल बेनाम ने हमेशा वोट बैंक की अवधारणा के साथ काम किया है और राजधर्म से यशपाल बेनाम का दूर.दूर तक कोई लेना देना नहीं है।
उन्होंने राज्य सरकार से लेकर एनजीटी से गुहार लगाई है की पर्यावरण संबंधी नियमों का उल्लंघन करने को लेकर वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष पर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए।
चंदोला ने कहा एक तरफ एनजीटी के नियम एक आम आदमी को पहाड़ों में बसने में विभिन्न नियमों का हवाला देते हुए औपचारिकताएं पूरी करने के लिए परेशान करता है। तो वही नगर पालिका अध्यक्ष द्वारा एक लंबे समय से प्राकृतिक जलस्रोत को दूषित करना एनजीटी को नहीं दिखता।
चंदोला ने कहा कि जब तक वर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम का चेहरा बेनकाब नहीं हो जाता तब तक वह आम आदमी की लड़ाई लड़ते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि जिस तरह आज पौड़ी नगर पालिका क्षेत्र का हर व्यक्ति नगरपालिका की अव्यवस्थाओं से परेशान है, उससे यही लगता है कि नगरपालिका अध्यक्ष अपना राजधर्म भूल चुके हैं।
उन्होंने पौड़ी प्रशासन को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रशासन को पहले ही अल्टीमेट दे दिया गया है, और अगले कुछ दिनों में आगे की रणनीति तय की जाएगी।
उन्होंने कहा कि शहर की समस्याओं के समाधान के लिए एक बार फिर आमरण अनशन करना पड़ेगा तो हम इससे भी पीछे नहीं हटेंगे।