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लालू यादव के परिवार पर जीतन राम मांझी ने उठाए सवाल, कहा मुश्किल वक़्त में परिवार उनके साथ नहीं

देहरादून: चारा घोटाला के चक्‍कर में एक बार फिर से राजद अध्‍यक्ष लालू यादव फंस गए हैं। रांची हाई कोर्ट ने उन्‍हें डोरंडा कोषागार मामले में दोषी ठहराते हुए फिर से न्‍यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस मामले में लालू यादव को अभी सजा सुनाया जाना बाकी है। इस पूरे वाकये पर राज्‍य के पूर्व मुख्‍यमंत्री और हिंदुस्‍तानी अवाम मोर्चा के अध्‍यक्ष जीतन राम मांझी ने अफसोस जताया हैं| उन्होंने अपने ट्व‍िटर अकाउंट पर लिखा कि, लालू जी को सजा हुई, इसको तो छोडिए, अफसोस दूसरी बात का है। यह बड़े अफसोस की बात है कि लालू यादव के साथ उनके इस मुश्किल वक्‍त में न तो उनके बेटे नजर आए और न वह पत्‍नी, जिन्‍हें लालू ने मुख्‍यमंत्री तक बनाया। बिहार के लोगों के मुश्किल वक्‍त में तो लालू के बेटे यूं भी कहीं नहीं दिखते हैं, लेकिन अपने पिता के साथ उन्‍हें ऐसा नहीं करना चाहिए था। बेटों को इस मुश्किल वक्‍त में रांची में होना चाहिए था|