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महिला को अवार्ड न देने को राज्यपाल ने बताया महिला विरोधी सोच

महिला को अवार्ड न देने को राज्यपाल ने बताया महिला विरोधी सोच

देहरादून: सोशल मीडिया पर एक वीडियो में मलाप्पुरम जिले के एक मुस्लिम विद्वान नेता द्वारा लड़की को अपमानित करते हुए देखा गया। यह वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा हैं| केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान इसपर आश्चर्य जताते हुए कहा महिलाओं को आगे न बढ़ने देने का यह एक जीता जागता उदाहरण है। साथ हि राज्यपाल ने इस मामले पर किसी भी विभाग और संस्था द्वारा कोई संज्ञान ना लेने पर भी हैरानी जताई हैं।

राज्यपाल ने कहा कि यह जानकर दुख हुआ कि मलप्पुरम में एक युवा लड़की को अवार्ड प्राप्त करने के दौरान मंच पर अपमानित किया गया, क्योंकि वह लड़की मुस्लिम परिवार से है। उन्होंने कहा कि यह एक उदाहरण है कि कैसे कट्टर मौलवी मुस्लिम महिलाओं को हाशिए पर धकेलने का कार्य करते हैं।

आरिफ खान ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि अगर इसपर कोई पहले ही संज्ञान ले लेता तो मुझे बोलने की जरूरत नहीं पड़ती। लेकिन यह आश्चर्य की बात है कि किसी ने बात नहीं की, कोई संज्ञान नहीं लिया। राज्यपाल ने नाराजगी जताते हुए कहा कि क्या अब हम अपनी बेटियों को धार्मिक नेताओं की इच्छा पर छोड़ने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बेटियों का अपमान हो रहा हो तो उसपर चुप रहना पाप की तरह है जो मैं नहीं करूंगा।

बता दे, वायरल वीडियो में एसकेजेयू के सदस्यों को एक लड़के को पुरस्कार देते देखा गया, इसके बाद एक लड़की को अवॉर्ड देने के लिए मंच पर आमंत्रित किया गया| इस दौरान मुस्लिम नेता अब्दुल्ला मुसलियार उन सदस्यों के पास गए, जिन्होंने लड़की को सम्मानित किया| इतना ही नहीं, उन्होंने लड़की को अवॉर्ड देने के लिए सदस्यों को फटकार लगाई| अब्दुल्ला मुसलियार ने कहा कि यहां इस लड़की को किसने बुलाया? अगली बार जब आप यहां किसी लड़की को बुलाएंगे तो मैं आपको दिखाउंगा कि मैं कौन हूं|