HTML tutorial

साइबर क्राइम में संलिप्त दो बैंक अधिकारियों को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार

साइबर क्राइम में संलिप्त दो बैंक अधिकारियों को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार

देहरादून: एसटीएफ ने साइबर अपराध को लेकर बड़ी कार्यवाही की हैI एसटीएफ ने साइबर अपराध में संलिप्त सेंट्रल बैंक आँफ इण्डिया के दो बैंक अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। देहरादून निवासी महिला की शिकायत के बाद एसटीएफ ने यह कार्यवाही की हैI

एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि देहरादून के सेलाकूई निवासी महिला सुमन सहगल ने सेंट्रल बैंक आँफ इण्डिया की सेलाकुई शाखा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि बैंक अधिकारियों ने बिना उनकी अनुमति के अलर्ट नम्बर बदल कर उनके खाते से 12 लाख रुपये निकाले दिए हैंI महिला की प्राथमिकी के बाद एसटीएफ सम्बन्धित धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया थाI

जिसके बाद थाना साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन ने विशेष टीम का गठन कर टीम द्वारा कम्पनियों से प्राप्त विवरण का गहनता से विश्लेषण एवं अन्य तकनीकी रुप से साक्ष्य एकत्रित किये गएI जाँच पड़ताल के तहत घटना में प्रयुक्त मोबाईल नम्बरए ई.मेल आईडीए ई.वालेटए तथा बैंक खातों व सीसीटीवी फुटेज व भौतिक साक्ष्यो के विश्लेषण करने पर पता चला कि सेन्ट्रल बैंक ऑफ इन्डिया के अधिकारी द्वारा ही सुमन सहगल की अनुमति के बिना धोखाधड़ीपूर्वक उनके खाते से मोबाईल बैंकिग के जरिये ऑनलाईन माध्यम से सोना खरीदने के बाद उसको बेचा जा रहा था। घटना में संलिप्त सेन्ट्रल बैंक ऑफ इन्डिया बैंक के 3 अधिकारियों को पूर्व में ही गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था ।

एसटीएफ द्वारा लगातार इस मामले से जुड़े एनी लोगों की भी तलश की जा रही थीI जिसके बाद घटना में सलिप्त अनिरुद्ध थापा, सहायक प्रबन्धक सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया बदरपुर दिल्ली व सनी गुलेरी प्रबन्धक क्षेत्रीय कार्यालय सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया को देहरादून से गिरफ्तार किया गया है।

एसटीएफ की गठित टीम में निरीक्षक त्रिभुवन रौतेला, उ.नि. राहुल कापड़ी, का. मुकेश कुमार, का. हरेन्द्र भण्डारी, शामिल थे

एसटीएफ प्रभारी ने जनता से अपील की है कि समय समय पर बैंक में भौतिक रुप से जाकर अपने खाते की जानकारी करते रहें व लम्बे समय तक अपने खाते को निश्क्रिय न रखें । कोई भी शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन व साईबर हेल्पलाईन 1930 पर सम्पर्क करें ।