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क्षेत्र की जरूरतों को ध्यान में रख विषय विशेषज्ञ, विज्ञान व तकनीक की मदद से होगा विकास: धामी

क्षेत्र की जरूरतों को ध्यान में रख विषय विशेषज्ञ, विज्ञान व तकनीक की मदद से होगा विकास: धामी

चम्पावत: आदर्श चम्पावत, उत्तराखण्ड @ 25 को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में जिलाधिकारी कार्यालय चम्पावत के सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। योजना को जमीन पर उतरने के लिए नोडल एजेंसी उत्तराखण्ड प्रौद्योगिकी संस्थान विभिन्न राष्ट्रीय स्तर के संस्थान, एजेंसियों व रेखीय विभागों के अधिकारियों व वैज्ञानिकों ने प्रतिभाग किया।

शुक्रवार को आयोजित इस बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 21वीं सदी के तीसरे दशक को उत्तराखण्ड का दशक बताया है। इसी परिकल्पना को पूर्ण करने एवं सभी हिमालयी राज्यों के समक्ष उत्तराखण्ड को एक मॉडल के रूप में विकसित करने के लिए उत्तराखण्ड@25 के अन्तर्गत आदर्श चम्पावत की रूपरेखा तय करने एवं भविष्य की कार्ययोजना बनाने के लिए आज जो सभी लोग यहाँ पर एकत्रित हुए है। कहा विभिन्न संस्थानों के विषय विशेषज्ञों के द्वारा विज्ञान और तकनीक की मदद से क्षेत्र विशेष की जरूरतों को ध्यान में रखकर योजनाएं विकसित की जाएं तभी हम विकास के नए कीर्तिमान स्थापित कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि चम्पावत जनपद में किसानों के द्वारा मुख्य रूप से दुग्ध उत्पादन, मत्स्य पालन, औषधीय एवं सुगंधीत पौधो की खेती फल उत्पादन एवं प्रसंस्करण, मधु उत्पादन एवं प्रसंस्करण के क्षेत्र में कार्य करके अपनी आजीविका अर्जित कर रहे है इसे आगे बढ़ाया जाय।

कहा चंपावत जिला नदियों,वनों धार्मिक स्थलों व प्राकृतिक रूप से आच्छादित है यहां जो अनेक संभावनाएं हैं उसे सजोते हुए एक मॉडल के रूप में उन्हें विकसित किया जाय। ईश्वर की इच्छा है कि जिस प्रकार पूर्व में यह राजधानी रही है उसी प्रकार विकास के क्षेत्र में यह जिला मॉडल जिला बने इस हेतु सभी संस्थान मिलकर कार्य करें। जिले के माँ पूर्णागिरि धाम में लाखों दर्शनार्थी/धार्मिक पर्यटक आते हैं उन्हें 4 या 5 दिन तक जिले के अन्य धार्मिक व पर्यटन स्थलों तक लाने हेतु जिलाधिकारी चंपावत द्वारा जो प्रस्ताव तैयार किया गया है उस पर कार्य किया जाय।मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड के विकास का हमारा सपना विज्ञान और प्रौद्योगिकी के इस दौर में शोध, अनुसन्धान और नवाचार के बिना पूरा नहीं किया जा सकता।

मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी चंपावत को बधाई देते हुए कहा कि उनके द्वारा चंपावत जिले के विकास हेतु निरंतर प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजे जा रहे हैं जिनमें तेजी से स्वीकृति प्रदान कर धनराशि भी आवंटित हो रही है इसी प्रकार यूकॉस्ट के द्वारा भी अनेक कार्य कराए जा रहे हैं जिसमें लैब ऑन व्हीलस के अन्तर्गत चम्पावत जिले में मोबाइल वैन का प्रदर्शन किया जा रहा है।
बैठक में सांसद अजय टम्टा ने कहा कि मुख्यमंत्री की पहल पर चंपावत जनपद को आदर्श जनपद बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से जिले की यह परिकल्पना की गई है आने वाले समय में चंपावत जनपद ही नहीं उत्तराखंड राज्य एक श्रेष्ठ राज्य बनेगा।

बैठक में शामिल हेस्को संस्था से आए पद्मभूषण डॉ अनिल प्रकाश जोशी ने मुख्यमंत्री को बधाई देते हुए कहा कि चंपावत जिले को मॉडल जिले के रूप में विकसित करने का निर्णय जो आप द्वारा लिया गया है यह हिमालय के संरक्षण के लिए एक बेहतर सोच है। उन्होंने कहा कि हम अपनी आर्थिकी हेतु अपने संसाधनों पर निर्भर रहते हैं। जल, जंगल और जमीन से हमारी आर्थिकी होती है। इस क्षेत्र में मुख्यमंत्री द्वारा जो सराहनीय कार्य किया जा रहा है इसे आगे बढ़ाए जाने हेतु हम सभी का अपना एक दायित्व है इसे हमें व्यक्तिगत तौर पर लेना सभी की जिम्मेदारी है।
जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी ने आदर्श चंपावत को लेकर जिले में किए जा रहे विकास कार्यों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने अवगत कराया कि जिले में वर्तमान में अनेक विकास कार्य किए जा रहे हैं। पर्यटन विकास के क्षेत्र में जहां एक और मल्टी स्टोरी पार्किंग का निर्माण किया जा रहा है वहीं पर्यटन स्थलों को विकसित,सुगम किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त ट्रैकिंग मार्गो का निर्माण सहित यहां के पुरातत्व एवं पुरानी शैली में निर्मित भवनों के संरक्षण के अतिरिक्त 100 पौराणिक नोलो का जीर्णोद्धार जैसे अनेक कार्य किए जा रहे हैं,स्वरोजगार की अनेक योजनाएं जिले में संचालित हैं इसी के तहत मनरेगा से 300 मत्स्य तालाब बनाए जा रहे हैं तथा अनेक विकास के प्रस्ताव जनपद से तैयार कर शासन को भी भेजे गए हैं। हमारा पूरा प्रयास हैं कि हम चंपावत जिले को एक आदर्श जिले के रूप में विकसित करें।

बैठक में महानिदेशक उत्तराखंड विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी दुर्गेश पंत ने उनके संस्थान द्वारा आदर्श जनपद हेतु किए जा रहे कार्यों, प्रस्तावित योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिले के विकास हेतु इसरो द्वारा डैशबोर्ड तैयार किया गया है। इस हेतु मुख्यमंत्री द्वारा इसरो से आए हुए वैज्ञानिकों का आभार व्यक्त किया गया।

इस अवसर पर बैठक में विभिन्न विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों, विभागों से आए वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा भी चंपावत जनपद को आदर्श चंपावत बनाए जाने हेतु अपने-अपने विचार रखें एवं सुझाव दिए

बैठक में अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय, विधायक खुशाल सिंह अधिकारी,भाजपा जिला अध्यक्ष निर्मल महरा, प्रतिनिधि प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय (पी. एस. ए.) भारत सरकार संदीप पाटिल, महानिदेशक यूकॉस्ट प्रो. दुर्गेश पंत ,पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पींचा,इसरो के वैज्ञानिक हरीश कर्नाटक,भारतीय पेट्रोलियम संस्थान के पंकज, निदेशक सेवायोजन हरबीर सिंह,भारतीय वन्य जीव संस्थान के पूर्व निदेशक गोपाल रावत विभिन्न राष्ट्रीय संस्थानाे आईआईपी, आईआईआरएस, मृदा एवं जल संरक्षण, सीएसआईआर, सीमैप से आये हुये विशेषज्ञ व अधिकारी समेत उत्तराखण्ड सरकार के विभिन्न रेखीय विभागों से आये वैज्ञानिक व अधिकारी उपस्थित रहे।