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मानसून आने के बाद नैनीताल में ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन समाप्त

मानसून आने के बाद नैनीताल में ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन समाप्त

नैनीताल: मानसून आने के बाद नैनीताल में अब ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन करीब-करीब समाप्त हो चुका है। होटल-रेस्टोरेंट में सीजनल स्टाफ की कटौती हो गयी है। सीजन में पहाड़ से काम के सिलसिले में आए युवा भी लौटने लगे हैं। गाइड-टैक्सी सहित घुमंतू दुकानदारी भी सिमट गई है।

चिड़ियाघर से लेकर केव गार्डन, रोपवे, झील में नौकायन करने वाले पर्यटकों की संख्या में गिरावट आ गई है। पुलिस ने भी रूसी बाईपास में व्यवस्थाओं को समेटना शुरू कर दिया है। अब बर्फबारी के सीजन में एक बार फिर से पर्यटन बढ़ेगा।
पर्यटन विशेषज्ञों के अनुसार इस सीजन में ढाई सौ करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ।

सरोवर नगरी सहित पंगोट, किलबरी, मंगोली से घटगढ़ तक, बल्दियाखान से ज्योलीकोट तक, भवाली रोड में भूमियांधार, गेठिया तक में डेढ़ हजार से अधिक होटल-रिजार्ट, गेस्ट हाउस, होम स्टे तथा रेस्टोरेंट संचालित हैं। नैनीताल शहर में 331 पंजीकृत जबकि दो सौ के करीब अवैध होटल-गेस्ट हाउस हैं। पार्किंग की कमी की वजह से रूसी बाईपास लेकर नारायण नगर, खुर्पाताल में पर्यटक वाहनों को पार्क किया गया। जिससे इस क्षेत्र में भी छोटे-बड़े पर्यटन कारोबार में भी बूम आया। पर्यटन कारोबारियों को उम्मीद है कि वीकेंड का पर्यटन चलता रहेगा।

शहर में पार्किंग की कमी से लेकर करीब पांच दिन तक एक बड़े हिस्से में पानी के संकट ने भी करीब 50 होटलों सहित अन्य पर्यटन कारोबार को प्रभावित किया। इधर इस सप्ताह के शुभारंभ से पर्यटकों की आमद में एकाएक गिरावट आ गई। होटल कारोबारियों के अनुसार अब कमरों के रेट में 25 से 50 प्रतिशत तक की कमी आ गई है। होटलों में सीजन में चार हजार वाला कमरा अब डेढ़ दो हजार में आसानी से मिल रहा है।