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ऊना में किसानों का धरना, लाठीचार्ज के खिलाफ नारेबाजी

ऊना में किसानों का धरना, लाठीचार्ज के खिलाफ नारेबाजी

ऊना: जिला मुख्यालय ऊना में सोमवार को अपनी मांगों को लेकर किसानों ने सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन(सीटू)के बैनर तले धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन में हिमाचल किसान सभा व सीटू द्वारा संयुक्त रूप से हरियाणा में पंजाब बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस द्वारा निहत्थे किसानों पर हुए गोलीकांड और वर्वतापूर्ण लाठीचार्ज किए जाने के विरोध में धरना प्रदर्शन किया।

प्रदर्शन के दौरान किसान और ट्रेड युनियन नेताओं ने अपने संबोधन में कहा कि शंभू बॉर्डर और खनौदी बार्डर पर पंजाब की सीमा में हरियाणा पुलिस ने वर्वतापूर्ण निहत्थे किसानों पर लाठीचार्ज किया और गोलीकांड में मारे गए किसान शुभकरण सिंह के परिवार को मुआवजा देने और शुभकरण सिंह पर गोली चलाने वाले कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।

उन्होंने बताया कि जहां शुभकरण सिंह गोली चलाई गई, वह क्षेत्र पंजाब सीमा में है। किसान नेता केके राणा ने कहा कि डब्ल्यूटीओ विश्व व्यापार संगठन से कृषि क्षेत्र को मुफ्त करना चाहिए। डब्ल्यूटीओ किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य और सार्वजनिक वितरण प्रणाली देने में विकासशील देशों पर दबाव डालता है। किसान संगठन डब्ल्यूटीओ की नीतियों को आज पूरे देश में विरोध कर रहा है।

वहीं, सीटू के महासचिव गुरनाम सिंह ने कहा कि आंदोलन कर रहे किसानों की मांगों को मानकर जमींदारों को राहत प्रदान करनी चाहिए। इसके अलावा आंदोलन में जिन किसानों की मृत्यु हुई है, उनके परिवारों को उचित मुआवजा प्रदान किया जाएं, आंदोलन के दौरान घायल किसानों का उचित उपचार करवाने का प्रावधान करना चाहिए और जो किसान आंदोलन के दौरान लापता हुए हैं, उन्हें ढूंढक़र उनके परिवार वालों को सौंपना चाहिए।

उन्होंने कहा कि इस धरना प्रदर्शन में जिला ऊना के करीब 30 से अधिक किसानों व सीटू सदस्यों ने हिस्सा लिया। इस प्रदर्शन में किसान सभा के नेता केके राणा, नरिंद्र सङ्क्षह, जयराम, रणजीत सिंह, परमजीत, कुलविंद्र सिंह, सतीश चौधरी शामिल रहे।