मॉन्सूनी विदाई और बढ़ी गर्मी: देहरादून में बढ़ा तापमान; राहत कार्यों में तेजी, लेकिन लोगों को भीषण उमस से जूझना पड़ रहा

मॉन्सूनी विदाई और बढ़ी गर्मी: देहरादून में बढ़ा तापमान; राहत कार्यों में तेजी, लेकिन लोगों को भीषण उमस से जूझना पड़ रहा
देहरादून : उत्तराखंड से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की औपचारिक विदाई शुरू होने के साथ ही, राजधानी देहरादून समेत प्रदेश के मैदानी इलाकों में तापमान में अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गई है। बीते दिनों की भारी बारिश के बाद अब चटख धूप और उमस ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। देहरादून में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी: बढ़ा हुआ तापमान: देहरादून में अधिकतम तापमान सामान्य से 4 से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया जा रहा है। पिछले दिनों यह 35 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया, जिससे सितंबर महीने में भी जून जैसी भीषण गर्मी का एहसास हो रहा है।उमस से बेहाल: दिन भर तेज धूप खिलने और हवा में नमी (Humidity) होने के कारण उमस (Humidity) का प्रकोप बढ़ गया है। दोपहर के समय लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।मॉनसून की विदाई: मौसम विभाग के अनुसार, मॉनसून हरिद्वार और आसपास के कुछ हिस्सों से आधिकारिक तौर पर विदा हो चुका है, और अगले दो से तीन दिनों में पूरे उत्तराखंड से इसकी वापसी की पूरी संभावना है। पहाड़ी इलाकों में हल्की बारिश की संभावना: आंशिक राहत: हालांकि मैदानी इलाकों में गर्मी का जोर है, लेकिन मौसम विभाग ने पर्वतीय क्षेत्रों के कुछ हिस्सों में आंशिक राहत की संभावना जताई है।संभावित क्षेत्र: मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, चमोली, बागेश्वर, चम्पावत और पिथौरागढ़ जैसे पर्वतीय जिलों में कहीं-कहीं बहुत हल्की से हल्की बारिश या गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।शुष्क मौसम: राज्य के बाकी हिस्सों, खासकर मैदानी और निचले पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम के शुष्क बने रहने की संभावना है। इस वर्ष सितंबर महीने में उत्तराखंड में सामान्य से 44 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई थी, जिसने देहरादून में पिछले 100 से अधिक वर्षों का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया था। अब मॉनसून की विदाई के साथ ही अचानक बढ़ी गर्मी ने यह संकेत दिया है कि इस साल सर्दी भी शायद देरी से आए। मौसम साफ होने से आपदाग्रस्त क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों में तेज़ी आई है, लेकिन मैदानी क्षेत्रों में गर्मी लोगों की परेशानी का सबब बन गई है।