वन्यजीवों के बिना जीवन संभव नहीं: CM धामी ने बताया- हरित विरासत की रक्षा सबकी सामूहिक जिम्मेदारी

देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को देहरादून स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में वन्यजीव सप्ताह का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने वन विभाग द्वारा आयोजित एक बाइक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया । रैली वन्यजीव संरक्षण का संदेश लेकर घंटाघर , परेड ग्राउंड और सर्वे चौक सहित प्रमुख स्थानों से होकर मालसी चिड़ियाघर में समाप्त हुई। वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा देने और जन जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल अक्टूबर के पहले सप्ताह में वन्यजीव सप्ताह मनाया जाता है। इस वर्ष 74वाँ वन्यजीव सप्ताह मनाया जा रहा है , जिसका विषय “मानव-वन्यजीव सह-अस्तित्व” है।
मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि वन और वन्यजीव हमारे पारिस्थितिकी तंत्र के अभिन्न अंग हैं और इनके संरक्षण के बिना जीवन संभव नहीं है।उन्होंने कहा कि पारिस्थितिक स्थिरता और पर्यावरण संरक्षण के लिए मानव और वन्यजीवों के बीच सह-अस्तित्व अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने आगे कहा कि उत्तराखंड की हरित विरासत की रक्षा करना हम सभी की सामूहिक ज़िम्मेदारी है। मुख्यमंत्री ने सभी से इस वन्यजीव संरक्षण अभियान में सक्रिय रूप से भाग लेने और भावी पीढ़ियों के लिए स्वच्छ, सुरक्षित और समृद्ध पर्यावरण सुनिश्चित करने की भी अपील की।
उत्तराखंड के राज्यत्व के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में , वन्यजीव संरक्षण और जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 2 से 8 अक्टूबर तक दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र में वन्यजीव फोटोग्राफी प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। वन्यजीव सप्ताह के अंतर्गत 3 अक्टूबर को देहरादून के मालसी चिड़ियाघर में वन्यजीव संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा , जिसमें जनप्रतिनिधि, पर्यावरण विशेषज्ञ और नागरिक शामिल होंगे।