इमरजेंसी में आयुर्वेदिक डॉक्टर कर सकेंगे ऐलोपैथिक इलाज उत्तराखंड सरकार की बड़ी घोषणा
देहरादून: अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर सीएम तीरथ सिंह रावत ने आयुर्वेद को लेकर कुछ बड़ी घोषणाएं की हैं।
मुख्यमंत्री ने हिमाचल की तर्ज पर आयुर्वेदिक चिकित्सालय में एलोपैथिक परामर्श को अनुबंध करने की मांग को भी मानते हुए दवाई लिखने और सुझाव देने का आयुर्वेदिक चिकित्सकों को अधिकार दिया है।
गुरुकुल कांगड़ी में आयुर्वेद कैंसर संस्थान बनाए जाने की घोषणा की है। यह देश का पहला आयुर्वेद कैंसर संस्थान होगा। इसके साथ ही सीएम ने मर्म चिकित्सा को भी उत्तराखंड में प्रोत्साहन दिए जाने की घोषणा की है। मर्म चिकित्सा से जुड़े रिसर्च भी किए जाएंगे।
साथ ही आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय को पुराने वैद्य और जानकारों से रिसर्च कर जड़ी बूटियों पर शोध करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
दूरदराज के क्षेत्रों में योग और वेलनेस सेवा के तहत 100 वेलनेस सेंटर बनाने का भी निर्णय लिया गया, जिसमें पहले चरण में 50 वेलनेस सेंटर बनाये जाएंगे।
उत्तराखंड के 13 जिलों में कुल 550 आयुर्वेदिक चिकित्सालय हैं। इन चिकित्सालयों में करीब 1 हजार डॉक्टर काम कर रहे हैं।
सीएम की अन्य घोषणाएं
आयुर्वेद विश्वविद्यालय में डिप्लोमा और डिग्री कोर्स शुरू किए जाने की घोषणा
विश्वविद्यालय में ऑडिटोरियम बनाए जाने की घोषणा
कोटद्वार, चरक डांडा में अंतरराष्ट्रीय शोध संस्थान के लिए 10 करोड़ रुपये दिए जाने की भी घोषणा
जिला मुख्यालय में 25 बेड के आयुर्वेदिक हॉस्पिटल बनेंगे
तहसील स्तर पर 15 बेड के हॉस्पिटल बनेंगे
हरिद्वार, ऋषिकेश, नैनीताल और गढ़वाल मंडल के होटल्स में पंचकर्म योग केंद्र स्थापित करने की घोषणा