HTML tutorial

सतपुली शराब प्रकरणः बढ़ सकती हैं कांग्रेस प्रत्याशी गोदियाल की मुश्किलें,निर्वाचन आयोग ने 24 घंटे के भीतर मांगा जवाब

सतपुली शराब प्रकरणः बढ़ सकती हैं कांग्रेस प्रत्याशी गोदियाल की मुश्किलें,निर्वाचन आयोग ने 24 घंटे के भीतर मांगा जवाब


श्रीनगर। गढ़वाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल की मुश्किलें बढ़ सकती है। जिला निर्वाचन अधिकारी पौड़ी कार्यालय की तरफ से गणेश गोदियाल को लेकर कांग्रेस जिला कमेटी को नोटिस जारी किया और 24 घंटे के भीतर जवाब मांगा है। यदि पार्टी की तरफ से 24 घंटे के अंदर कोई जवाब नहीं दिया जाता है तो गणेश गोदियाल के ऊपर सोशल मीडिया का दुरुपयोग करने के संबंध में कार्रवाई की जाएगी। कांग्रेस को ये नोटिस हाल ही में गणेश गोदियाल के उस बयान पर मिला है, जिसमें उन्होंने पौड़ी जिले के सतपुली के पास बंद फैक्ट्री में मिली करीब 9 हजार शराब की पेटियों को बीजेपी प्रत्याशी की बताया था।
 बीते दिनों सतपुली पास बंद पड़े बॉटलिंग प्लांट में करीब 9 हजार शराब की पेटियां मिली थी, जिसको लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया और इसकी शिकायत निर्वाचन आयोग व आबकारी विभाग से भी की थी। गोदियाल ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर आरोप लगाया था कि सतपुली के बॉटलिंग प्लांट में अवैध रूप से शराब रखी गई है और ये बीजेपी की है। शिकायत के बाद प्लाट का सीज कर दिया गया था। हालांकि आबकारी विभाग की जांच में शराब वैध पाई गई थी। आबकारी विभाग की जांच में सामने आया कि शराब की ये पेटियां प्लाट बंद होने से पूर्व ही यहां पर थी। वहीं, अब इस मामले में बीजेपी की शिकायत पर निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस के जिला अध्यक्ष पौड़ी को नोटिस भेजा है। निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस से पूछा कि आपके प्रत्याशी गोदियाल ने सोशल मीडिया के जरिए गढ़वाल लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार अनिल बलूनी पर जो आरोप लगाए थे, वो जांच में आधारहीन पाए गए है। आरोपों की सत्यता की कोई पुष्टि नहीं हुई है। यदि आपके पास अपने आरोपों से जुड़े कोई साक्ष्य है, तो 24 घंटे अंदर उन्हें प्रस्तुत करें। यदि आपकी तरफ से कोई साक्ष्य पेश नहीं किए जाते है तो गणेश गोदियाल के खिलाफ सोशल मीडिया पर तथ्यहीन और भ्रामक प्रचार-प्रसार करने की कार्रवाई की जाएगी।
वहीं नोटिस के बाद इस मामले पर कांग्रेस का रूख थोड़ा नरम दिख रहा है। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष विनोद नेगी का कहना है कि कांग्रेस का उद्देश्य किसी भी नेता की छवि खराब करने का नहीं था। लोगों की शिकायत पर ही गोदियाल ने ये प्रतिक्रिया दी थी। राजनीति में पक्ष और विपक्ष अपनी बात को रखता है।