HTML tutorial

बालिकाओं की एनडीए, सीडीएस व सिविल सेवाओं में हो अधिक से अधिक भागीदारी: राज्यपाल

बालिकाओं की एनडीए, सीडीएस व सिविल सेवाओं में हो अधिक से अधिक भागीदारी: राज्यपाल

देहरादून: राज्यपाल ले.ज गुरमीत सिंह (से नि) ने गुरू पर्व के अवसर पर प्रेमनगर, देहरादून स्थित श्री गुरू सिंह सभा गुरूद्वारा में कीर्तन कार्यक्रम के दौरान अनाथालय में रहने वाली सिक्ख बालिकाओं की शिक्षा एवं भरण पोषण के लिये आर्थिक सहायता प्रदान करने की घोषणा की। राज्यपाल ने कहा कि वे बालिकाओं की एनडीए, सीडीएस, सिविल सेवाओं में अधिकाधिक भागीदारी चाहते हैं। इसके लिये वे निःशुल्क कोचिंग सुविधाएं उपलब्ध करवाने वाले संस्थानों को प्रोत्साहित करेंगे।

राज्यपाल ले ज गुरमीत सिंह ;से निद्ध ने प्रधानमंत्री का करतारपुर साहिब कोरिडॉर के पुनः खोलने के निर्णय पर उत्तराखण्ड तथा सिक्ख समाज की ओर से आभार व्यक्त किया। उन्होंने शुक्रवार को गुरू पर्व के अवसर पर प्रेमनगर स्थित श्री गुरू सिंह सभा गुरूद्वारा पहुंचकर मत्था टेका तथा कीर्तन कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।

इस अवसर राज्यपाल ने उपस्थित लोगों से अपील की कि किसी भी समस्या के समाधान के लिये वे सीधे राजभवन में सम्पर्क कर सकते हैं।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये राज्यपाल ले ज गुरमीत सिंह ;से निद्ध ने कहा कि गुरू नानक देव जी के ज्ञान का प्रकाश आज भी पूरी मानवता को प्रकाशित कर रहा है। गुरू नानक देव जी ने मानवता, वैश्विक बन्धुत्व, एकता और सेवा का संदेश दिया। उन्होंने पूरी मानवता को एकसूत्र में बांध दिया। कहा कि हर सिक्ख में गुरू गोबिन्द सिंह जी का डीएनए, रक्त और सोच.विचार है। उनके निश्चय कर अपनी जीत के मंत्र के मार्ग पर चलकर बड़े से बड़ा लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। निडरता, साहस मानवता, सेवा और करूणा सिक्खों को विरासत में मिले हैं। आज पूरे सिक्ख समुदाय ने निस्वार्थ मानवसेवा के कार्यों द्वारा दुनियाभर में मिसाल पेश की है।

राज्यपाल ने कहा कि सिक्खों ने विश्व को मार्ग दिखाया है कि मानवता की सेवा धर्म, जाति, भाषा एवं क्षेत्र की सीमाओं से परे हैं। कोविड काल में सिक्खों द्वारा किये गये सेवा और सहायता के कार्यों को पूरी दुनिया ने देखा।

उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड के राज्यपाल का उत्तरदायित्व मिलना उनके लिये गर्व का विषय है। यह नानक नाम लेवा समाज, सिक्ख समाज का साझा सम्मान है।

इस अवसर पर गुरूद्वारा प्रबन्धक कमेटी, प्रेमनगर के अध्यक्ष भगत पाल सिंह, अन्य सदस्य एवं सिक्ख श्रद्धालु उपस्थित थे।