सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अब पाक अधिकृत कश्मीर को वापस लाने की मांग
देहरादून: जम्मू.कश्मीर में अनुच्छेद 370 पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का उत्तराखण्ड कांग्रेस के शीर्ष नेताओं सहित धर्मनगरी के सभी साधू सतों ने स्वागत किया है। साधू संतो ने कहा कि मोदी सरकार ने पूर्व में पीओके को भारत में मिलाने के लिए प्रयास किए थे। अब वह समय आ गया है कि पूरा कश्मीर भारत के साथ आ जाए तो भविष्य में भारत और पाकिस्तान के बीच झगड़ा ही समाप्त हो जाएगा।
इस मामले में बीते रोज हरीश रावत ने भी बयान जारी कर कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया है। वह स्वागत योग्य है। अब पाक अधिकृत कश्मीर को भी जल्द से जल्द लेने की कार्यवाही की जानी चाहिए। जिससे कि भविष्य के भारतीयों को इसकी कोई कीमत न चुकानी पडे। मीडिया को दिए बयान में हरीश रावत ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने इस देश के एक और कटु प्रसंग का सर्व स्वीकार्य समाधान निकाला हैए इसके लिए कोर्ट को धन्यवाद दिया जाना चाहिए।
कहा अब केंद्र सरकार को पाक अधिकृत कश्मीर ;पीओकेद्ध का भी हल निकाल देना चाहिएए इस काम के लिए पूरा देश साथ है। अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री रावत ने कहाए अनुच्छेद 370 लागू करना कोई भूल नहीं थीए बल्कि जिस वक्त यह लागू किया गयाए उस वक्त की ऐतिहासिक जरूरत थी।
कहा पाकिस्तान के आक्रामक रवैये और कुछ वैश्विक शक्तियों के षड्यंत्र का मुकाबला करने के लिए कश्मीर की जनता को विश्वास में लेने के लिए अनुच्छेद 370 लागू किया गया था। समय के साथ हर सरकार ने अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हल्का किया। अब सुप्रीम कोर्ट ने एक सर्व स्वीकार्य समाधान निकाल दिया।
कहा हमारा मानना है कि अब जब अनुच्छेद 370 का प्रसंग अंतिम रूप से समाप्त हो गया है। तबए पाक अधिकृत कश्मीर पीओके के अंतिम कांटे को भी उखाड़ फेंकना चाहिए। इसके लिए संसद का संकल्प भी है। पीओके भारत का अभिन्न हिस्सा है।