मुख्यमंत्री धामी ने कुमाऊं में बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया हवाई सर्वेक्षण
देहरादूनः मुख्यमंत्री धामी ने मंगलवार को कुमाऊं संभाग में बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। सर्वेक्षण किए गए इलाकों में टनकपुरए बनबसा और खटीमा शामिल थे। उत्तराखंड में मौसम विज्ञान केंद्र ने 10 जुलाई तक राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। सोमवार को एनडीआरएफ की टीमों ने चंपावत के टनकपुर के देवीपुरा गांव में बाढ़ जैसी स्थिति की निगरानी की। कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने भी मौजूदा स्थिति का आकलन करने के लिए इलाके का दौरा किया।
कुमाऊँ मंडल में भारी बारिश के कारण उधम सिंह नगर और चंपावत जिलों में गंभीर स्थिति को देखते हुए, मुख्यमंत्री धामी ने सोमवार को दोनों जिलों के जिलाधिकारियों से बात कर स्थिति का जायजा लिया। आईएमडी ने कई स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा का अनुमान लगाया है, जबकि कुमाऊँ क्षेत्र के अलग.अलग क्षेत्रों में अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है। पूर्वानुमान में कहा गया है, 9 जुलाई को राज्य के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में गरज के साथ बारिश और तेज से बहुत तेज बारिश की संभावना है।
मौसम रिपोर्ट के अनुसार, 10 जुलाई को टिहरी, पौड़ी, बागेश्वर, अल्मोड़ा, नैनीताल और चंपावत जिलों में भी भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर राज्य सरकार ने सभी प्रदेशवासियों से सुरक्षित क्षेत्रों में रहने और भारी बारिश से होने वाली संभावित आपदाओं के मद्देनजर सतर्क रहने की अपील की है। सीएम धामी ने सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन और आपदा प्रबंधन विभाग से जुड़े अन्य अधिकारियों को उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (यूएसडीएमए) के राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से सभी जिलों पर लगातार नजर रखने के निर्देश दिए हैं। धामी ने सभी संबंधित जिलाधिकारियों को हर स्तर पर मुस्तैद रहने और जान-माल की सुरक्षा के लिए हर संभव एहतियात बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने संभावित आपदा के मद्देनजर सभी संसाधनों की उपलब्धता और हर स्थिति से निपटने की तैयारी भी सुनिश्चित करने को कहा है। विभिन्न विभागों के अधिकारियों को आपसी सामंजस्य बनाए रखने और किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए गए हैं।
एएनआई