कर्नल कोठियाल होगे आप का सीएम चेहरा
-भाजपा के बाद अब हिंदुत्व के सहारे आप चढ़ेगी पहाड़ केजरीवाल ने किया साफ
-दिल्ली को प्रशासनिक व उत्तराखण्ड को अध्यात्मिक राजधानी बनाएंगे
देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून पहुंचे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बड़ी घोषणा की है। अरविंद केजरीवाल ने भाजपा की तर्ज पर ही हिंदुओं को वोट बैंक के रूप में देखते हुए हिंदुत्व कार्ड खेला है। अरविंद केजरीवाल ने बड़ी घोषणा करते हुए देवभूमि उत्तराखंड को हिंदुओं के लिए आध्यात्मिक राजधानी बनाने की बड़ी घोषणा की है।
मंगलवार को देहरादून पहुंचे दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने सर्वे चौक स्थित आईटीडीआर सभागार में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ये बड़ी घोषणा की। अरविंद केजरीवाल ने हिंदुत्व कार्ड खेलते हुए आगामी चुनाव जीतने पर उत्तराखंड को हिंदुओं के लिए आध्यात्मिक राजधानी बनाने की बात कही है।
हालांकि, इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली देश की प्रशासनिक राजधानी तो उत्तराखंड हिंदुओं के लिए आध्यात्मिक राजधानी बनाई जाएगी।
आगे अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इससे न सिर्फ उत्तराखंड में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में 10 गुना इजाफा होगा। बल्कि, श्रद्धालुओं के उत्तराखंड आने से स्थानीय निवासियों को रोजगार के बेहतर प्लेटफार्म भी उपलब्ध हो पाएंगे।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उत्तराखंड राज्य में कण-कण में देवी-देवता वास करते हैं। यहां हजारों मंदिर हैं, जहां हिंदू धर्म के लोग देश-विदेश से दर्शन करने आते हैं। लिहाजा, यहां आध्यात्मिक के लिहाज से अपार संभावनाएं हैं। जिस संभावनाओं को और उभारने की जरूरत है।
केजरीवाल ने कहा कि पार्टी ने आम जनता से पूछा था कि क्या कर्नल अजय कोठियाल मुख्यमंत्री के उम्मीदवार हो सकते हैं? जिसके जवाब में जनता ने बढ़-चढ़कर अजय कोठियाल को उम्मीदवार बनाए जाने पर हामी भरी। आप प्रमुख ने कहा कि कर्नल अजय कोठियाल को उम्मीदवार बनाए जाने का निर्णय आम आदमी पार्टी ने नहीं बल्कि जनता ने लिया है।
-देश रक्षा में अहम भूमिका
केजरीवाल ने अपने संबोधन में कहा कि कर्नल अजय कोठियाल अपनी जान की बाजी लगाकर देश की रक्षा करने में अहम भूमिका निभाई है। राजनीतिक पार्टियां जब उत्तराखंड को लूट रही थीं, तब कर्नल कोठियाल देश की सेवा कर रहे थे।
आपदा के बाद कोठियाल ने केदारनाथ धाम में पुनर्निर्माण का जिम्मा उठाया, जिसके बाद आज उत्तराखंड के नवर्निर्माण करने का बीड़ा उठाया है। केदारनाथ धाम से काम करने के लिए कोठियाल को श्भोले का फौजीश् भी कहते हैं। इसके साथ ही कर्नल कोठियाल युवाओं को ट्रेनिंग देकर करीब 10 हजार युवाओं को फौज में भर्ती करा चुके हैं।
-कौन हैं अजय कोठियाल
कर्नल अजय कोठियाल मूल रूप से टिहरी गढ़वाल के चौंफा गांव के रहने वाले हैं। उनका जन्म 26 फरवरी 1969 को हुआ। 7 दिसंबर 1992 को सेना में गढ़वाल राइफल्स की चौथी बटालियन में बतौर सेकेंड लेफ्टिनेंट सैन्य जीवन की शुरूआत की। अजय कोठियाल ने सेना में रहते हुए कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं।
जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए रोजाना मस्जिद में भेष बदल कर जाते थे।उन्होंने सात आतंकवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया। मुठभेड़ में आतंकियों की गोली आज भी उनके शरीर में मौजूद है। इस वीरता के लिए उन्हें शौर्य चक्र मिला। दो बार एवरेस्ट पर फतह करने के लिए कीर्ति चक्र मिला। उनके उल्लेखनीय सेवा रिकॉर्ड को देखते हुए विशिष्ट सेवा मेडल भी मिला। जबकि, नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग के प्राचार्य भी रह चुके हैं।
प्रदेश में कई विधानसभा सीटों पर है कर्नल कोठियाल की पकड़
कर्नल कोठियाल गढ़वाल के पहाड़ी जिलों में पूरी तरह से सक्रिय हैं। यहां पर उनकी एक बड़ी टीम भी लगातार काम करती रही है। इस तरह इन विधानसभा सीटों के समीकरण देखें तो करीब 21 विधानसभा सीटों पर कर्नल कोठियाल की ज्यादा या कम पकड़ दिखाई देती है। आम आदमी पार्टी शायद इसी को देखते हुए उनके चेहरे पर फैसला कर सकती है। खबर है कि चारधाम में कपाट खुलने के साथ ही राज्य में आम आदमी पार्टी एक नए रूप में दिखाई देगी। नए चेहरे के साथ कुछ बड़े और आक्रामक रुख के साथ कार्यक्रम को भी देखा जाएगा।
यूथ फाउंडेशन के जरिए पहाड़ के युवाओं को सेना के लिए कर रहे तैयार
कर्नल अजय कोठियाल यूथ फाउंडेशन भी चलाते हैं, जो ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं को सेना में भर्ती होने से जुड़ी ट्रेनिंग देता है। इस तरह कर्नल अजय कोठियाल गांव-गांव तक आम लोगों के बीच काफी पॉपुलर भी हैं। सेना में रहते हुए ही कर्नल कोठियाल ने उत्तराखंड के युवाओं के लिए सेना, अर्द्धसैनिक बल, पुलिस में जाने के लिए यूथ फाउंडेशन की स्थापना की।यूथ फाउंडेशन सेना में भर्ती प्रशिक्षण शिविर लगाता है और इसमें युवाओं को निशुल्क रहना-खाना-पीना और ड्रेस दी जाती है। यूथ फाउंडेशन अब तक प्रदेश के दस हजार से भी ज्यादा युवाओं को सेना और पैरामिलिट्री में रोजगार दिला चुका है। इतना ही नहीं पहाड़ों के गरीब और असहाय मरीजों का फ्री में इलाज भी करवा रहे हैं।