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कांग्रेस ने किया उत्तराखंड की नई आबकारी नीति का विरोध

कांग्रेस ने किया उत्तराखंड की नई आबकारी नीति का विरोध

-महिलाओं ने की सरकार ने खिलाफ नारेबाजी

अल्मोड़ा: उत्तराखंड की नई आबकारी नीति के खिलाफ कांग्रेस ने हल्ला बोल शुरू कर दिया है। अल्मोड़ा जिले के रानीखेत में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सरकार का पुतला फूंकते हुए उत्तराखंड की नई आबकारी नीति का विरोध किया है। इस दौरान कांग्रेस ने बीजेपी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

इस मौके पर रानीखेत महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष गीता पंवार ने कहा कि प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष ज्योति रौतेला के आह्वान पर समस्त महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस नयी शराब बिक्री नीति का विरोध शुरू कर दिया है। गीता पंवार का कहना है कि बीजेपी प्रदेश में नशे को बढ़ावा देकर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने में जुटी है।

गीता पंवार का आरोप है कि बीजेपी सरकार में महिलाएं बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं हैं। गीता पंवार का कहना है कि नई शराब नीति से घरों का माहौल खराब होगा, जिसकी सबसे ज्यादा शिकार महिलाएं ही होंगी। यह नीति महिला विरोधी है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार पूरे समाज को शराब में लिप्त कर समाज को खत्म करने का काम कर रही है।

गीता पंवार ने कहा कि एक तरफ बीजेपी के विधायक क्षेत्र को शराब मुक्त बनाने की बात करते हैं तो वहीं दूसरी ओर बीजेपी पूरे समाज को शराब युक्त करने में लगी है। बीजेपी युवाओं को अंधकार में डुबोने का काम कर रही है। सभी महिलाएं सरकार की इस नीति का विरोध करती हैं।

क्या है उत्तराखंड की नई आबकारी नीति
दरअसल, उत्तराखंड की नई आबकारी नीति के तहत अब कोई भी व्यक्ति अपने घर में ही बार खोल सकता है। बार खोलने के लिए व्यक्ति को आबकारी विभाग से लाइसेंस लेना होगा, जिसकी फीस 12 हजार रुपए रखी गई है। घर में खोले गए बार में निश्चित मात्रा में भारत में निर्मित शराब 9 लीटर, विदेशी मदिरा (इम्पोर्टेड) 18 लीटर, वाइन 9 लीटर और 15।6 लीटर बियर रखने की अनुमति दी गई है।