HTML tutorial

एमबीबीएस, पैरामेडिकल छात्रों के बीच पुलिस ने की जानकारी साझा

एमबीबीएस, पैरामेडिकल छात्रों के बीच पुलिस ने की जानकारी साझा

-नशा उन्मूलन, यातायात नियम, साइबर क्राइम महिला उत्पीड़न के बारे में दी जानकारी

श्रीनगर: राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के एमबीबीएस एवं पैरामेडिकल के छात्र-छात्राओं को एसएसपी पौड़ी श्वेता चैबे के निर्देश पर श्रीनगर पुलिस द्वारा एक जनजागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया। जिसमें छात्र-छात्राओं को पुलिस द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न अभियानों में हिस्सेदारी निभाकर समाज हित में आगे आने का आह्वान किया गया। पुलिस ने छात्रों को नशा उन्मूलन, यातायात नियम, साइबर क्राइम, महिला उत्पीड़न विषयों के साथ ही पुलिस द्वारा चलाये जा रहे गौरा शक्ति एप के बारे में जानकारी दी।

मेडिकल कॉलेज के प्रेक्षागृह में आयोजित कार्यक्रम में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने पुलिस द्वारा समाज के लिए चलाये जा रहे अभियानों की सराहना की। कहा कि जागरूकता अभियानों के सहयोग से समाज को एक नई दिशा मिल सकेगी। उन्होंने मेडिकल कॉलेज के छात्रों के लिए इस तरह की कार्यशाला उपयोगी बताते हुए पुलिस प्रशासन का आभार प्रकट किया।

कार्यक्रम में कोतवाली श्रीनगर के वरिष्ठ उप निरीक्षक संतोष पैथवाल ने छात्रों को कानूनी जानकारी के साथ आपातकालीन हेल्पलाईन नम्बर डायल 112, साईबर क्राईम हेल्प लाईन नम्बर 1930, महिला हेल्प लाईन नम्बर 1090 सहित अन्य हेल्पलाइन नंबरों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या-शिकायत होने पर तत्काल इन नम्बरों पर सूचना दे। उन्होंने अपराध एवं अपराध से होने वाले दुष्प्रभाव के विषय में तथा छात्र-छात्राओं को उनकी भूमिका तथा आज के परिपेक्ष में साइबर अपराध बैंक फ्रॉड से कैसे बचा जाय। साथ ही डॉक्टर तथा पुलिस के रूप में कैसे एक आम व्यक्ति को न्याय दिलाया जा सके इस विषय में  परिचर्चा की गई। कहा कि  समाज में अपराधों के बढ़ने का मुख्य कारण भी नशा ही है। इसलिए समाज में बढ़ रही नशे की प्रवृत्ति को रोकना हम सबकी जिम्मेदारी है। नशे के दुष्प्रभावों से जागरूक कर जीवन में हमेशा नशे से दूर रहने तथा गांव या आसपास नशे से सम्बन्धित सामग्री बेचने वालों की सूचना पुलिस को देने हेतु बताया गया।

यातायात निरीक्षक नीरज शर्मा ने ड्राइविंग लाइसेंस की उपयोगिता और 18 वर्ष से कम उम्र में बाइकध्स्कूटी को बिना ड्राइविंग लाइसेंस के चलाते हुये पकड़े जाने पर कानूनी प्रावाधानों से भी अवगत कराया गया। एसआई प्रवीना सिदोला ने साइबर अपराध की बाराकियों एवं महिला उत्पीड़न के संदर्भ में विस्तार से जानकारी देते हुए उत्तराखण्ड पुलिस एप में उपलब्ध सभी आनलाईन सुविधाओं, महिला सुरक्षा फीचर गौरा शक्ति व एसओएस बटन की उपयोगिता के बारे में जानकारी देकर जागरुक किया गया। कार्यक्रम में मेडिकल कॉलेज की डॉ0 दीपा हटवाल, एसआई लक्ष्मण सिंह, कॉस्टेबल  विवेक, बबिता, विकेश कप्रवाण, रणवीर, विनय, दिनदयाल, अशोक, सुशील ढौड़ियाल सहित 500 छात्र मौजूद थे।