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विधानसभा का मानसून सत्रः सरकार और विपक्ष आमने-सामने

विधानसभा का मानसून सत्रः सरकार और विपक्ष आमने-सामने


आर्य बोले सत्र महज औपचारिकता भर
भराड़ीसैंण। भराड़ीसैंण में बुधवार से विधानसभा के मानसून सत्र का आगाज हो चुका है। यहां पहली बार मानसून सत्र का आयोजन किया गया जिसकी शुरुआत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा चंपावत के विधायक कैलाश गहतोड़ी और केदारनाथ विधायक शैला रानी रावत के चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित करने से हुई।
विधानसभा सदस्यों ने दिवंगत नेता कैलाश गहतोड़ी और शैला रानी रावत के व्यक्तित्व और कृतित्व के तमाम अच्छे पहलुओं को याद किया और 2 मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इससे पूर्व मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि हम सभी को साथ लेकर चलना चाहते हैं। विपक्ष के साथी अपनी सभी बातें व मुद्दे सदन में रखें और खुले मन से राज्य के विकास पर वार्ता करें।
उधर नेता विपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि यह विधानसभा सत्र महज एक औपचारिकता भर है। सरकार की मजबूरी थी सत्र का आयोजन। सरकार ने इस सत्र के लिए महज तीन दिन का समय रखा है। आज का दिन शोक संवेदनाओं के नाम रहेगा। बाकी के दो दिनों में सरकार जो 2कृ4 विधेयक लाना चाहती है उन्हें लेकर आएगी तथा अनुपूरक बजट को पास करायेगी। उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष के सवालों को न सुनना चाहती है न उसे अपने सवाल रखने का समय ही देना चाहती है। उन्होंने कहा कि 500 सवाल लगे हुए हैं जिसके लिए सिर्फ 120 मिनट का समय निर्धारित है। इसमें क्या कुछ पूछा जा सकता है। उन्होंने कहा कि फिर भी विपक्ष आम आदमी की समस्याओं से जुड़े मुद्दों को सदन में उठेगा।
उन्होंने कहा कि आज प्रदेश का आधा हिस्सा आपदा की मार झेल रहा है लोगों को घर बार छोड़ने पर विवश होना पड़ रहा है। राज्य के कानून व्यवस्था से जुड़े और महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े सवालों को हम प्राथमिकता के तौर पर सरकार के सामने रखेंगे और कोशिश करेंगे कि सरकार जन समस्याओं को गंभीरता से ले। उधर सत्र का समय कम रखने पर मुख्यमंत्री धामी और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी का कहना है कि सत्र की अवधि काम के हिसाब से ही रखी गई है जिसे घटाया बढ़ाया भी जा सकता है।
आज सदन में सरकार नगर पालिका और नगर निगम से संबंधित दो विधेयक भी टेबल किये जा सकते हैं तथा इसी सत्र में सरकार प्राइवेट एंड पब्लिक प्रॉपर्टी सिक्योरिटी बिल भी लाने की बात कर रही है। कल अनुपूरक बजट भी लाया जाना है।