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पंजाब निकाय चुनावों में कांग्रेस को मिली बड़ी जीत, मोहाली सहित आठ नगर निगमों में से सात पर विजय, आठवीं में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में : विपक्ष का सफाया

पंजाब निकाय चुनावों में कांग्रेस को मिली बड़ी जीत, मोहाली सहित आठ नगर निगमों में से सात पर विजय, आठवीं में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में : विपक्ष का सफाया

-मोहाली नगर निगम पर भी काॅंग्रेस की जीत:पूर्व मेयर कुलवंत सिंह चुनाव हारे

-प्रदर्शन से उत्साहित कांग्रेस ने की 2022 के लिए कैप्टन अभियान की घोषण

चंढीगड़ /देहरादून:  केंद्र सरकार द्वारा लागू तीन कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ जारी किसान आंदोलन के चलते पंजाब में हुए नगर निकाय चुनावों में कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की है। कांग्रेस मोहाली सहित आठ नगर निगमों में से सात में विजय के साथ आठवीं नगर निगम में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभर कर आई है. जिसे देखते हुए कांग्रेस ने 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कैप्टन अभियान की घोषणा की है।

वहीं शहरी निकाय के चुनावों में विपक्षी दलों का सफाया करते हुए. 109 नगर परिषद व नगर पंचायतों में भी अधिकतर पर जीत हासिल की है।

कांग्रेस ने मोहाली, बठिंडा, होशियारपुर, कपूरथला, अबोहर, बटाला एवं पठानकोट में जबरदस्त जीत दर्ज की है। वहीं मोगा में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है. और बहुमत से सिर्फ छह सीट पीछे है। इस तरह मोगा में किसी भी राजनीतिक दल को बहुमत नहीं मिला है. ऐसे में निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन महत्वपूर्ण होगा।

नगर निगम मोहाली के दो मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान होने के कारण मतगणना में देरी हुई है. जिसके लिए बृहस्पतिवार को मतगणना हुई, यहाॅं भी 50 में से 37 सीटों पर विजय के साथ काॅंग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की है। वहीें पूर्व मेयर कुलवंत सिंह चुनाव हार गए हैं।

प्रदेश के आठ नगर निगमों एवं 109 नगर परिषदों के लिए कराये गये चुनाव में कुल 9,222 उम्मीदवार मैदान में थे। जिसमें विपक्ष को 109 नगर परिषद एवं नगर पंचायतों में अधिकतर सीटों पर हार का सामना करना पड़ा. इस स्तर पर 1,817 वार्ड में से कांग्रेस ने 1,102 वार्ड पर जीत हासिल की है।

यहाॅं सत्तारूढ़ कांग्रेस ने इन चुनावों के लिए 2,037 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे . तो अकाली दल ने 1,569, भाजपा ने 1,003, आप ने 1,606 तथा बसपा ने 160 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे , वहीें इन चुनावों के लिए 2,832 निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में थे

पंजाब में स्थानीय निकायों के लिए 14 फरवरी को मतदान कराया गया था. जिसमें 70 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था।

पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने कहा कि यह चुनाव परिणाम केंद्र की भाजपा की अगुवाई वाली राजग सरकार के खिलाफ कांग्रेस का मनोबल बढ़ाने वाला है। कांग्रेस की नजर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में जीत पर भी है जो अगले साल की शुरूआत में होने वाला है। साथ ही उन्होंने कहा कि बठिंडा को 53 साल में पहला कांग्रेस का महापौर मिलेगा।

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