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बारिश से हुआ लोगों का जीवन मुहाल लाल कुआं रेलवे स्टेशन जलमग्न, ट्रेनों की आवाजाही रुकी

बारिश से हुआ लोगों का जीवन मुहाल लाल कुआं रेलवे स्टेशन जलमग्न, ट्रेनों की आवाजाही रुकी

भूस्खलन से सड़के बंद, जगह-जगह यात्री फंसे
सीएम बोले जान माल की सुरक्षा सर्वोच्च
देहरादून: राज्य में बीते 48 घंटों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण पहाड़ वासियो का जनजीवन थम सा गया है। मौसम विभाग की चेतावनी के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा खास तौर पर कुमाऊँ मंडल के सभी जिलाधिकारियों से वर्चुअली वार्ता कर सभी विभागों को अलर्ट रहने को कहा गया है।

उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट दिशा निर्देश दिए हैं कि वह कहीं से भी आपदा की सूचना मिलने पर तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित करें। उनका कहना है कि लोगों की जान माल की सुरक्षा सबसे पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि कुमाऊँ मंडल के 6 जिलों सहित राज्य के नौ जिलों में भारी से भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

खास बात यह है कि बीते दो दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण राज्य की तमाम नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच चुका है वहीं भूस्खलन के कारण राज्य के तमाम नेशनल हाईवे व स्टेट हाईवे से लेकर संपर्क मार्ग बंद हो जाने से आवागमन ठप हो गया है। चारधाम यात्रा को रोके जाने के बावजूद भी जो यात्री धामों में थे उनकी वापसी सड़कों के बंद होने के कारण मुश्किल हो रही है तथा उन तक खाना और जरूरी सामान पहुंच पाना भी मुश्किल हो गया है।

नैनीताल और हल्द्वानी से तबाही की तस्वीर सामने आई है यहां गौला नदी के रौद्र रूप ले लेने से हल्द्वानी रेलवे स्टेशन को भी खतरा पैदा हो गया है तथा लाल कुआं रेलवे स्टेशन जलमग्न हो गया है तथा काठगोदाम और शताब्दी सहित सभी गाड़ियों को रोक दिया गया है। भारी बारिश के कारण टिहरी का इंटरनल स्टेडियम तालाब में तब्दील हो चुका है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें लगातार जगहकृजगह फंसे लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकालने में जुटी हुई है। वहीं भूस्खलन व बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाने का काम जारी है। पूरे राज्य में इस दौरान बारिश और भूस्खलन के कारण हाहाकार मचा हुआ है। भले ही प्रशासन द्वारा राज्य में 200 से अधिक जेसीबी मशीनें रास्तों को खोलने के काम में लगाई गई है लेकिन लगातार बारिश के कारण सड़कों को खोलना कठिन हो रहा है। खास बात यह है कि अभी बारिश का यह दौर थमने वाला नहीं है। ऐसे में मैदानी क्षेत्रों में अब इसका असर दिखने लगा है लक्सर क्षेत्र में एक बार फिर बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है वहीं चकराताकृकालसी मार्ग भी बंद होने से जौनसार भावर क्षेत्र के लोगों को भारी परेशानियां हो रही है।