मां की गोद है बच्चे का पहला स्कूलः अमजदी
हरिद्वार: मस्जिद ए अली के इमाम मुफ्ती शाहनवाज हुसैन अमजदी ने कहा कि बच्चों की तालीम व तरबीयत में अहम किरदार मां ही अदा कर सकती है। उन्होंने बताया कि मां की गोद बच्चों का पहला स्कूल है।
मां से मिली तालीम बच्चे का किरदार बनाने में अहम भूमिका अदा करती है। ज्वालापुर स्थित पीरजीयों वाली गली में धार्मिक आयोजन में इमाम मुफ्ती शाहनवाज हुसैन अमजदी ने अपने बयान रखते हुए कहा कि मां बाप को बच्चों की तालीम व तरबीयत का भरपूर ख्याल रखना चाहिए।
मां बाप को चाहिए कि वे अपने बच्चों के लिए अच्छी तालीम व तरबीयत का बंदोबस्त करें। उन्होंने बताया कि वालिदेन बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के साथ उन्हें अनुशासन में रहना भी सिखाएं। समय पर सोना, समय पर उठना व पढ़ने के लिए प्रतिदिन निर्देशित करें। जिससे बच्चों का जीवन अनुशासन बने और उनका भविष्य उज्जवल हो। दीन व दुनियावी तालीम जरूरी है।
आज के परिवेश में मुस्लिम समाज के लोगों को शिक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि विशेषकर माता पिता अपने बच्चों का लालन पालन सुनिश्चित करते हुए राष्ट्र की उन्नति में युवा कर्णधारों को तैयार करें। देश भक्ति व वतन से प्रेम रखना प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य बनता है।
उन्होंने यह भी कहा कि अधिकांश युवा व बच्चे अपना समय बर्बाद कर रहे हैं। समय की उपयोगिता जरूरी है। चाय की दुकानों पर बैठक अपना कीमती समय खराब ना करें।
इस अवसर पर वकील पीरजी व नूर आलम पीरजी ने कहा कि मुफ्ती शाहनवाज हुैसन अमजदी हमेशा ही दीन व दुनियावी तालीम पर जोर देते हैं। बच्चों के उज्जवल भविष्य को बनाने में यह निर्णायक भूमिका निभा रहे हैं।
इस अवसर पर शाहीद पीरजी, एडवोकेट सुब्हान अली, शाकीर पीरजी, नजर, शहीद पीरजी, रजा, बिलाल, शकीर हुसैन, शाहिल, मुन्ना व आसपास की महिलाओं व बच्चों ने दुआओं में शिरकत की।