जोशीमठ में दरारों वाले भवनों की संख्या घटी, पानी का डिस्चार्ज भी हुआ कम

जोशीमठ में दरारों वाले भवनों की संख्या घटी, पानी का डिस्चार्ज भी हुआ कम

देहरादून: सचिव आपदा प्रबन्धन डा. रंजीत कुमार सिन्हा ने जोशीमठ नगर क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव एवं भूस्खलन के बाद राज्य सरकार द्वारा राहत-बचाव ,स्थायी-अस्थायी, पुनर्वास आदि से सम्बन्धित किये जा रहे कार्यो की जानकारी दी। सिन्हा ने बताया कि जोशीमठ में दरारों वाले भवनों की संख्या में बडोत्तरी में कमी आयी है। वहीं पानी का डिस्चार्ज भी घटा है। बताया कि 233 प्रभावित भूस्वामियों को अग्रिम राहत के तौर पर 3.50 करोड़ रूपये की धनराशि वितरित की गई है | 105 प्रभावित किरायेदारों को 52.50 लाख की धनराशि तत्काल राहत के रूप में वितरित की गई है |

शनिवार को सचिव आपदा प्रबन्धन ने जानकारी देते हुए बताया कि जोशीमठ में प्रारम्भ में निकलने वाले पानी का डिस्चार्ज जो कि 06 जनवरी 2023 को 540 एल.पी.एम. था, वर्तमान में घटकर 170 एलपीएम हो गया है। बताया अभी तक 863 भवनों में दरारें देखी गई हैं। दरारों वाले भवनों की संख्या में बढ़ोतरी नहीं हुई है।

इसके साथ ही बताया कि अस्थायी रूप से चिन्हित राहत शिविरों में जोशीमठ में कुल 661 कक्ष हैं, जिनकी क्षमता 2957 लोगों की है, पीपलकोटी में 491 कक्ष हैं, जिनकी क्षमता 2205 लोगों की है।

उन्होनें जानकारी दी कि गांधीनगर में 01, सिंहधार में 02, मनोहरबाग में 05, सुनील में 07 क्षेत्र / वार्ड असुरक्षित घोषित किए गए हैं। 181 भवन असुरक्षित क्षेत्र में स्थित है। 248 परिवार सुरक्षा के दृष्टिगत अस्थायी रूप से विस्थापित किये गये हैं। विस्थापित परिवार के सदस्यों की संख्या 900 है। 41 प्रभावित परिवार रिश्तेदारों या किराए के घरों में चले गए हैं |