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दिव्यांगों को उद्योगपति बचन सिंह रावत ने निशुल्क वितरित की व्हील चेयर, चश्में और कान की मशीनें

दिव्यांगों को उद्योगपति बचन सिंह रावत ने निशुल्क वितरित की व्हील चेयर, चश्में और कान की मशीनें

देहरादून: विश्व महिला दिवस की पूर्व बेला पर “भारतीय विकास एवं शिक्षण संस्थान समिति” द्वारा एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन नाईन पाम रिजॉर्ट बद्रीपुर जोगीवाला देहरादून में किया गया,  मुख्य  कार्यकम की अध्यक्षता उत्तराखण्ड के उद्योगपति व समाजसेवी  बचन सिंह रावत एवं  दर्शनी रावत ने संयुक्त रूप से की, कार्यकम में राजपुर के विधायक खजान दास, विधायक रायपुर उमेश शर्मा काऊ  भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर “दिव्याग पूजन कार्यकम” में दिव्यांग जनों को शारीरिक सहायक उपकरण नि.शुल्क वितरित किए गए, जिसमें 35 व्हील चेयर, 100 चश्मे, 35 कान की मशीनें, बैशाखी आदि सभी जरूरतमंद लोगों को वितरित किए गए।

कार्यकम में कोरोनाकाल के दौरान स्वयं से ऊपर अपने मानव धर्म को और अपने कर्तव्य को आगे रखते हुए इस भयावह महामारी के दौरान जरूरतमंद लोगों को दैनिक उपयोग की आवश्यक सामग्री पहुँचाने का कार्य किया मानवहित एवं जनहित में अपनी उत्कृष्ट सेवाएं दीं जो कि उस समय जब सारी दुनिया अपने घरों में कैद थी और ये सभी लोग अपनी व अपने परिवार की जान की परवाह न करते हुए देवदूत बनकर जरूरतमंदों की सेवा में लगे थे, संस्था द्वारा विभिन्घ्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले 131 लोगों को उत्तराखण्ड कोरोना देवदूत सम्मान प्रदान किया गया।

इसके साथ ही संस्था द्वारा निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का भी अयोजन किया गया जिसका उद्धाटन शहर के प्रसिद्ध न्यूरो सर्जन महेश कुडियाल ने किया स्वास्थ्य श्विर में डॉ. के. पी. जोशी, डॉ. शौलेन्द्र कॉशिक, डॉ. विजय भण्डारी, डॉ. विशाल एच. शर्मा, डॉ. जे. एन. नौटियाल, डॉ. विवेक नेगी, डॉ. पल्घ्लवी सिंह, व डॉ. नताशा मक्कड ने अपनी सेवाएं दीं। इसके साथ ही उत्तराखण्ड के उद्योगपति वह समाजसेवी श्री बचन सिंह रावत ने स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी के  क्षेत्र के  रा. इ. कालेज अखोडी के 11 मेधावी बच्चों को लैपटॉप देकर सम्मानित किया गया द्य कार्यक्रम में उत्तराखंड की गायक बीना बोरा सोनिया आनंद आदि मौजूद रहे।

इस अवसर पर बीना बोरा का एक गीत श्तेरी मेरी मायाश्  का विमोचन भी किया गया, इस अवसर पर  अपने उद्बोधन में उद्योगपति बचन सिंह रावत ने कहा कि गरीब और निर्धन समाज की सेवा  करने से जो सुख प्राप्त होता है उसकी कल्पना नहीं की जा सकती,  समाज के निर्बल वर्गों को विकास की मुख्यधारा में लाना ही सच्ची समाज सेवा है और इसी को लेकर मेरे द्वारा कोरोना काल में भी असंख्य लोगों की आर्थिक मदद की गई द्य समाज अगर सभी सेवाभाव से कार्य करें हम गरीबी पर अंकुश लगा सकते हैं।

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